मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ करने पर अबू आजमी अब महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा सत्र से निलंबित कर दिया गया है। अबू आजमी के खिलाफ दो एफआईआर भी दर्ज की गई हैं।
–औरंगजेब निर्दयी नहीं था
औरंगजेब की तारीफ करने पर समाजवादी पार्टी महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी को विधानसभा से सस्पेंड कर दिया है। महाराष्ट्र में आजमी के बयान पर भाजपा और शिवसेना दोनों उन्हे घे रही थी। याहही नहीं अबू आजमी के खिलाफ दो एफआईआर भी दर्ज की गई हैं और बुधवार को आजमी के खिलाफ निलंबन की कार्यवाही की गई। अबू आजमी मुंबई की मानखुर्द शिवाजीनगर विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। आजमी ने कहा था कि औरंगजेब निर्दयी शासक नहीं था, उनके बयान के तूल पकड़ने पर उन्होंने अपने बयान के पीछे इतिहासकारों का हवाला देते हुए माफी भी मांगी थी।
–क्या था अबू आजमी का बयान?
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब की तारीफ करते हुए कहा था कि औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान और बर्मा (म्यांमार) तक पहुंच गई थी. हमारा जीडीपी 24 प्रतिशत था और भारत को औरंगजेब के शासन के दौरान सोने की चिड़िया कहा जाता था।मैं औरंगजेब को क्रूर शासक नहीं मानता हूं। औरंगजेब के समय में राजकाज की लड़ाई थी, धर्म की नहीं थी, हिंदू-मुसलमान की लड़ाई नहीं थी। औरंगजेब ने अपने कार्यकाल में कई हिंदू मंदिरों का निर्माण करवाया, औरंगजेब को लेकर गलत इतिहास दिखाया जा रहा है।’’
–छत्रपति शिवाजी महाराज के खिलाफ नहीं बोल सकता हूँ मैं
विवाद बढ़ने पर अबू आसिम आजमी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर दिखाया गया है। औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है, जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है. लेकिन, फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं।