भारतीय शेयर बाजार में गिरावट रुकने का नाम नहीं ले रही है। बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन बड़ी गिरावट के बाद सोमवार को भी शेयर मार्केट बड़ी गिरावट के साथ खुला है।

–महीनों से जारी है गिरावट
घरेलू शेयर बाजार ने आज फिर गिरावट देखी है। अगर फरवरी में भी गिरावट जारी रहती है तो तो यह इंडेक्स की लगातार पांचवें महीने की गिरावट होगी। 1996 के बाद यह पहला अवसर होगा जब निफ्टी को लगातार पाँच महीने गिरावट का सामना करना पड़ रहा होगा। जानकारों का मानना है कि विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार बिकवाली के कारण शेयर मार्केट लगातार गोते खा रहा है। विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर 2024 से अब तक 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयर बेच दिए हैं। रुपये के कमजोर होने के कारण भी विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं।
–अमेरिका और चीन के व्यापार युद्ध का असर
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध निरंतर जारी है, जिसके कारण निवेशक परेशान हैं। साथ चीन के शेयर बाजार मे तेजी भारतीय बाजारों पर दबाव बढ़ रही है और निवेशक भारत से पैसे निकाल कर चीन में निवेश कर रहे हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स सोमवार को अपने पिछले बंद 75,311.06 की तुलना में फिसलकर 74,893.45 के लेवल पर खुला और कुछ ही देर में गिरावट तेज हो गई और सेंसेक्स फिसलकर 74,730 पर पहुंच गया। वहीं दूसरी तरफ निफ़्टी भी अपने पिछले बंद 22,795.90 के स्तर से टूटकर 22,609.35 के लेवल पर खुला और कुछ ही समय में सेंसेक्स की तरह ही 200 अंक टूटकर 22,607 के स्तर तक गिर गया।
–निवेशकों के पास क्या है विकल्प
सवाल यह उठता है कि ऐसे अस्थिर माहौल में निवेशकों को आखिर क्या करना चाहिए? SBI सिक्योरिटीज के अनुसार निवेशकों को सोच-समझकर शेयरों में निवेश करना चाहिए। ऐसे समय में छोटे शेयरों में निवेश करना उचित नहीं होगा जिनका सालाना मुनाफा 100 करोड़ रुपये से कम है। साथ ही,अगले पांच हफ्तों में टैक्स हार्वेस्टिंग की रणनीतियों पर भी खासा ध्यान देने की जरूरत है अर्थात आप अपने निवेश पोर्टफोलियो में घाटे वाले शेयर बेचकर टैक्स में छूट का लाभ उठा सकते हैं।