वक्फ बिल पर JPC रिपोर्ट हुई पेश किसने किसने जताया विरोध ?- विपक्ष के भारी हंगामे के बीच वक्फ पर जेपीसी की रिपोर्ट लोकसभा और राज्यसभा में पेश कर दी गई है जिस पर विपक्ष ने एक सुर में इस बिल को अलोकतांत्रिक करार दिया है।
–कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बताया रिपोर्ट को फर्जी
राज्यसभा में जेपीसी रिपोर्ट पर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वक्फ बोर्ड की JPC में अनेक सांसदों ने अपने Dissent notes दिए हैं, लेकिन उन्हें कार्यवाही से निकाल दिया गया। यह अलोकतांत्रिक है। ये सदन इस फर्जी रिपोर्ट को नहीं मानेगा।
–ओवैसी ने भी की मुखालफत
AIMIM पार्टी के प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, “वक्फ संशोधन बिल असंवैधानिक है। ये वक्फ को बचाने के लिए नहीं बल्कि मुस्लिमों से वक्फ को छीनने और उन्हे बर्बाद करने के लिए ये बिल लाया जा रहा है। ओवैसी ने कहा कि ये बिल संविधान के अनुच्छेद 14, 15 और 29 का उल्लंघन करता है। वक्फ मुसलमानों के लिए इबादत है और उसे छीनने के लिए यह बिल लाया गया है।
–इकरा हसन ने भी जताई नाराजगी
JPC रिपोर्ट को लेकर सपा सांसद इकरा हसन ने कहा, “जिस तरीके से कमेटी की कार्रवाई हुई उसमें भेदभाव किया गया है. सभी बिंदुओं को उसमें शामिल नहीं किया गया, हम इस बिल का विरोध करते हैं. ये असंवैधानिक है और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ है.”
–डिम्पल यादव ने भी किया विरोध
सपा की सांसद डिंपल यादव ने कहा, “जिस तरह विपक्षी सदस्यों द्वारा दिए गए असहमति नोट को वक्फ संशोधन विधेयक में शामिल नहीं किया गया…सरकार मनमाने तरीके से यह विधेयक ला रही है। वे ध्यान भटकाने के लिए सत्र के आखिरी दिन विधेयक लेकर आए हैं।“